• पृथ्वी विज्ञान के क्षेत्र में भारत के लिए खासकर केरल केलिए महत्वपूर्ण आधुनिक वैज्ञानिक एवं तकनीकी अनुसंधान तथा विकास अध्ययनों को प्रोत्साहित व संस्थापित करना।
  • डॉक्टरल उपाधि के लिए अग्रणी अनुसंधान पाठ्यक्रमों का आयोजन और संचालन
  • पृथ्वी विज्ञान से संबंधित क्षेत्र में क्षेत्रीय सर्वेक्षण और शैक्षणिक और आर्थिक महत्व के प्रयोगशाला अनुसंधान का संचालन करें
  • छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए विशेष क्षेत्रों में प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों को व्यवस्थित और संचालित करना
  • थल एवं अपतट के खनिज संपत्ति के क्षेत्र में योजना तथा परियोजना मूल्याँकन संबंधित सरकारी पदधारियों का प्रशिक्षण
  • नदी घाटी मूल्यांकन, भूजल प्रबंधन, तटीय कटाव, प्राकृतिक आपदा प्रबंधन और क्षतिग्रस्त और अन्य विशेष समस्याओं में अध्ययन करें
  • पृथ्वी विज्ञान संग्रहालयों, प्राकृतिक स्मारकों, उद्यानों का संस्थापन एवं अनुरक्षण
  • धरती विज्ञान से संबंधित समस्याओं पर व्याख्यान, संगोष्ठियाँ, कार्यशालाएँ, क्षेत्रीय चर्चा आदि का आचरण।
  • खनिज विकास के क्षेत्र में प्रचार अध्ययन करें और पृथ्वी विज्ञान अध्ययन के लिए तकनीकों और डिजाइन टूल का विकास करें
  • राज्य, केंद्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय-अन्य पृथ्वी विज्ञान अध्ययन संस्थाओं से सहयोग से कार्य करना
  • केन्द्रीय और राज्य अभिकरणों, अंतर्राष्ट्रीय स्वायत्त निकायों, निजी क्षेत्र आदि के लिए अनुबंध और अध्ययन करने और परामर्श सेवाएं प्रदान करने के लिए।
  • केंद्र के सामान्य उद्देश्यों की प्रभावी पूर्ति के लिए अनुसंधान प्रयोगशालाओं की स्थापना, अनुरक्षण और संचालित करना और पट्टे / भाड़े पर निर्माण या प्राप्त करना और किसी भी या सभी उपकरण / मशीनरी को बनाए रखना।